हमारी आकाशगंगा में एक तारों के समूह की जगह के आधार पर उसकी आयु का अनुमान लगाया जा सकता है| पुराने समूह आम तौर पर युवा समूहों की तुलना में आकाशगंगा के केंद्र से हटकर पाए जाते हैं।
यह अद्भुत तस्वीर पृथ्वी के सबसे दूरस्थ रेगिस्तान, अटाकामा में एक दूरबीन द्वारा ली गयी थी| यह तस्वीर 'विशिंग वेल क्लस्टर' यानी इच्छा पूर्ति समूह को दर्शा रही है, जिसे यह नाम चाँदी जैसे चमकदार तारों के कारण दिया गया है|
इस प्रकार के तारों के समूह के सभी तारे लगभग एक ही समय और एक ही तरह के गैस के बादलों से जन्मे होते हैं | इस समूह के सभी तारे लगभग 300 करोड़ वर्ष पुराने हैं।
इच्छा पूर्ति तारों का समूह लगभग 400 लाल और नीले रंग के सितारों का मिश्रण है। इन सितारों के रंग से उनके बड़े पैमाने के बारे में पता चलता है।
अधिक बड़े पैमाने पर सितारे बहुत गरम और उज्जवल होते हैं| जिस कारण अपने छोटे भाई-बहनों की तुलना में वे बहुत ही जल्द अपने ईंधन का उपयोग कर लेते हैं| इस वजह से हम इस तस्वीर में यह कह सकते हैं की लाल तारे बड़े पैमाने पर हैं और वे अपने विकास के अंतिम चरण- रेड जाइयंट फेज़ यानी विशाल लाल चरण में हैं | जबकि नीले तारे कम पैमाने पर हैं और अपने जीवन के शुरूवाती चरण में हैं।
इस समूह के सबसे विशाल सितारे इस चित्र में दिखाई नहीं दे रहे हैं क्योंकि वे पहले से ही विस्फोट होकर एक शक्तिशाली सूपरनोवा बन चुके हैं|
हमारी आकाशगंगा में एक तारों के समूह की जगह के आधार पर उसकी आयु का अनुमान लगाया जा सकता है| पुराने समूह आम तौर पर युवा समूहों की तुलना में आकाशगंगा के केंद्र से हटकर पाए जाते हैं।
Megha Rajoria